संदीप कुमार सिंह 14 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 5044 0 Hindi :: हिंदी
(मुक्तक छंद) दिलकश बातें याद है,जादू है आवाज। शब्द शहद सी मधुर है,करती है वह राज। सूरत भी दिलकश उसे,सीरत में है साद_ लेकिन रहती दूर है, मिलने जाऊं आज। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....