Trishika Srivastava 30 Mar 2023 शायरी धार्मिक महादेव को समर्पित / Google / Yahoo /Bing 60331 0 Hindi :: हिंदी
तमाम उम्र तुम्हारी इबादत करुँगी यूँ ही तुम्हारे क़दमों में बैठी रहूँगी तुम मानो मुझे अपना या गैर समझो मैं ख़ुद को तुम्हारी अमानत कहूँगी — त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’