कुमार किशन कीर्ति 30 Mar 2023 शायरी अन्य अधूरा,चाँद 9421 0 Hindi :: हिंदी
1अधूरा है चाँद,अधूरी है रातें। अधूरे है हम,या अधूरी है हमारी चाहते। 2अगर इश्क़ हादसा है तो इससे गुजरने दो, दो दिलों को इसमें घायल होने दो। 3कभी खुद से तो कभी जमाने से शिक़वा करता हूँ, मैं भी कैसा मुसाफ़िर हूँ? जो तन्हा में सफर करता हूँ। कुमार किशन कीर्ति मूल नाम:सोनू कुमार पाण्डेय