Vishakha Sharma 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत #Vishlekh2314# 14631 0 Hindi :: हिंदी
कभी चाय में चीनी सब्जी में नमक भूले जा रही हूं मैं यूँही बेवजह गुनगुनाए जा रही हूं मैं ये कैसा इश्क है तेरा जो उदासी में भी मुस्कुरा रही हूं मैं और इंतेहा तो तब हो गई तेरे प्यार की जब घर में सब के बीच होकर भी सिर्फ तुझमें ही खोए जा रही हूं मैं और नजरों की तो बात ही मत करियो इनसे सिर्फ तुझे ही ढूंढे जा रही हूं मैं पता नहीं ये क्या किए जा रही हूं मैं पता नहीं ये क्या किए जा रही हूं मैं