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कुछ सपने अधूरे रह गये-मालूम ना था समय

Chanchal chauhan 10 Jul 2023 शायरी दुःखद कुछ सपने अधूरे रह गये 7015 0 Hindi :: हिंदी

कुछ सपने अधूरे रह गये,
मालूम ना था समय ऐसी कलबट लेगा,
हम तो जीत के भी हार गये।

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