संदीप कुमार सिंह 25 Apr 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5147 0 Hindi :: हिंदी
संस्कार गुण दोष,बोलते जीवन शैली। मिले अलग पहचान,करें हक में दृढ़ रैली।। हिस्सा कर लें पास,खुशी सबको अब बाँटें। जीवन है गुलजार,आप बनिए मत काँटें।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....