yashoda 15 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मन एक दर्पण। मनुष्य का मन एक दर्पण के समान है।जब आप इसमें देखोग तो आपको अपने गुण और दोष दिखाई देने लगेंगे।दूसरोको आप धोखा दे सकते है पर अपने मन को नही क्योंकि वो सब जानता है। 7254 0 Hindi :: हिंदी
मन एक दर्पण। मनुष्य का मन एक दर्पण के समान है।जब आप इसमें देखोग तो आपको अपने गुण और दोष दिखाई देने लगेंगे।दूसरोको आप धोखा दे सकते है पर अपने मन को नही क्योंकि वो सब जानता है।