संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी कविता प्रेरणा से भरपूर है जो पाठकों के लिए बहुत ही उपयोगी रहेगा। 8056 0 Hindi :: हिंदी
सच कहना अपराध है,झूठों का है राज। ऐसे में सच मत चले, बड़ा अजब है आज।। सच कहना अपराध है, मिथ्या मुख पर बोल। आदत यह है झूठ का, नहीं सत्य का मोल।। सच कहना अपराध है,करते नहीं पसंद। अभी झूठ का राज है, सच जैसे है बंद।। सच कहना अपराध है,बुरा हुआ है हाल। सत्य कभी हारे नहीं, बदले अवश्य चाल।। सच कहना अपराध है, यह तो गहरा पाप। हम सब अटल विरोध कर, करूं सत्य का जाप।।
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....