Anjani pandey (sahab) 19 May 2023 शायरी धार्मिक विश्वास ईश्वर का ### 7364 0 Hindi :: हिंदी
अपनी मजबूतियों पर क्यों हो गुरूर हमारी जड़ों को ऊपर वाले ने सींच रखा है मैं एक पतंग की तरह हूं शायद मेरी डोर को ऊपर वाले ने खींच रखा है..
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