Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

आदमी-अपनी भावना एवम् कर्म को सादगी की राह पर रखना

संदीप कुमार सिंह 15 Jul 2023 आलेख समाजिक मेरा यह आलेख समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4240 0 Hindi :: हिंदी

आदमी बनना पड़ता है। खाली जन्म आदमी कुल में लेने से नहीं हो जाता है। अपनी भावना एवम् कर्म को सादगी की राह पर रखना पड़ता है। तब जा के समाज में कहीं आपको _हमको_ सबको आदमी कहलाने का हक प्राप्त होता है।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में खुशहाल रहना है तो अपनी नजरिया , विचार व्यव्हार को बदलना जरुरी है ! जैसे -धर्य , नजरिया ,सहनशीलता ,ईमानदारी read more >>
Join Us: