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देश सेवा का प्रण-यदि में शहीद हो भी जाऊँ

पिन्दु कुमार 05 Oct 2023 कविताएँ देश-प्रेम सच्चा सिपाही 5200 0 Hindi :: हिंदी

मैं छोड़कर जा रहा हूँ अपना गाँव
संभाल के रखना मेरे  गाँव वासी
मैं जरूर लौटकर आऊँगा एक दिन
बनकर देश का सच्चा सिपाही
यदि में शहीद हो भी जाऊँ तो भी
मेरे मृत शरीर पे लपेटे तिरंगा
को दफन होने से बचा लेना
एवं मेरे मृत शरीर को पुरे गाँव में
घुमाकर एक जगह पे दफना देना
उसे देखकर लोगों के मन में
देश सेवा का प्रण ठान लेगा
देश के सीमा के पार सब दुश्मनों
मेरा नाम को सुनते ही
थर -थर काँप उठेगा

नाम -पिन्टु कुमार
पिताजी का नाम - सत्येन्द्र प्रसाद
माताजी का नाम -सनुपमा देवी

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