Shivani singh 27 Jun 2023 आलेख समाजिक 5804 0 Hindi :: हिंदी
अनपढ़ समाज एक सामाजिक मुद्दा है जो एक समाज में शिक्षा की कमी या अभीप्राप्ति के कारण उत्पन्न होता है। इसका अर्थ होता है कि लोग बुनियादी शिक्षा के आधार पर पढ़े-लिखे नहीं होते हैं और उन्हें सामाजिक, आर्थिक और मानसिक विकास की सम्पूर्ण अवसरों से महरूम रखा जाता है। अनपढ़ता कई प्रकार की हो सकती है, जैसे कि बुनियादी शिक्षा की पूर्ति का अभाव, जहिलता, विशेषतः महिलाओं के मामले में, और शिक्षा की उच्च स्तर पर प्राप्ति का अभाव। इसके परिणामस्वरूप, अनपढ़ समाज में व्यक्तियों के पास सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकल्पों की कमी होती है और उन्हें अधिकारों और सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। अनपढ़ समाज के कुछ प्रमुख परिणाम निम्नलिखित हो सकते हैं: 1. आर्थिक असमानता: अनपढ़ता समाज में आर्थिक असमानता को बढ़ा सकती है। शिक्षित व्यक्ति के पास अधिक अवसर होते हैं, जो आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जबकि अनपढ़ता समाज में लोग विभिन्न सामाजिक और आर्थिक सुविधाओं से महरूम रहते हैं। 2. न्यायपालिका और राजनीतिक संगठनों में कमी: अनपढ़ता के कारण, लोगों की सामरिक, न्यायिक और राजनीतिक प्रभावशीलता पर असर पड़ सकता है। अनपढ़ लोगों की जागरूकता, समझ और संगठन क्षमता को कम कर सकता है, जिससे उन्हें अपने अधिकारों की पहचान करने और स्वयं को सशक्त बनाने में कठिनाई हो सकती है। 3. सामाजिक बदलाव की कमी: अनपढ़ता समाज की प्रगति और सामाजिक बदलाव को रोक सकती है। शिक्षा और ज्ञान की कमी के कारण, लोग सामाजिक परिवर्तनों को समझने और समर्थन करने में पीछे रह सकते हैं, जिससे सामाजिक अंतरिक्ष में विचारों और धारणाओं की सुधार की कमी हो सकती है। अनपढ़ समाज के समाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा और ज्ञान को प्राथमिकता देना आवश्यक होता है। शिक्षा के माध्यम से, समाज में जनसंख्या के सभी सदस्यों को समान अवसर प्राप्त होत े हैं और उनकी सामरिक, आर्थिक और मानसिक विकास की आवश्यकताएं पूरी होती हैं। शिक्षा और ज्ञान के माध्यम से, अनपढ़ता को दूर किया जा सकता है और एक समृद्ध और समान समाज का निर्माण किया जा सकता है।