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जाने कितने रैन हुए-मेरे अनुरागी मन के

Sudha Chaudhary 04 Nov 2023 कविताएँ अन्य अनुरागी मन 13125 0 Hindi :: हिंदी

चटक तुम्हारे रंग में रंग कर
जीवन भर को मौन हुए
परम चांदनी सी शीतल 
तुम से मिलकर नैन हुए।

तुम से ही जाना प्रेम
और मनोभावों को
मेरे अनुरागी मन के
जाने कितने रैन हुए।


सुधा चौधरी

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