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उदासियों को पनपने ही न दें-कर देगी मजा किरकिरा

संदीप कुमार सिंह 11 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6142 0 Hindi :: हिंदी

(मुक्तक छंद)
उदासियों को पनपने ही न दें कर देगी मजा किरकिरा।
व्यस्त रहने से बना रहेगा तन में उर्जा का जखीरा।
जीवन जंग है लड़ना पड़ता  याद रखो मेरी यह बात_
कर्तव्य पालन कर हम सब बन  सकते जीवन में माहिरा।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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