संदीप कुमार सिंह 12 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 3726 0 Hindi :: हिंदी
वह हसीन समय भी आया जब हम दोनों एक हुए, एक_दूजे के लिए जीने_मरने का कसम हमने लिए, प्रकृति से सुगन्धित दुआओं की बारिश पूर्ण हुई थी_ पावन प्यार में हम दोनों दो बदन एक जान हो गए। संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....