कुमार किशन कीर्ति 30 Mar 2023 ग़ज़ल अन्य यादें, जिंदगी,तन्हाई, मोहब्बत 10279 0 Hindi :: हिंदी
आज फिर तेरी यादें आई मेरी जिंदगी मुझे ना जाने किस मोड़ पे लायी। जिसे भुला दिया था, जिसे इस दिल से निकाल दिया था। आज फिर... तन्हाई में उसकी मोहब्बत मुझे रुलाई। आज फिर तेरी यादें आई। सोचा करता हूँ,तो कभी कभी इस दिल से पूछता हूँ। क्यों आई तुम इस दिल मे जब दूर चले जाना था। तुम नहीं आती तो अच्छा था। अब,तेरी यादों का सहारा है। इसी के सहारे जीना,और इसी के सहारे मरना है।