अशोक दीप 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत Love poetry, love song, love sayari, prem geet, poetry for girl friend, premika ke liy sayari, man, ahsas man k, man k bhav 69535 0 Hindi :: हिंदी
ओ दीप ! तुझे मन टेर रहा है । प्यासे मृग-सी अँखियाँ लेकर पवन-पथिक को चिट्ठियाँ देकर पथ भटके बंजारे के ज्यों पल-पल रस्ता हेर रहा है । ओ दीप ! तुझे मन टेर रहा है । देख प्राण को निपट अकेला लगा झूमने दुख का मेला बरसूँगा नित पलक-धरा पर आँसू माला फेर रहा है । ओ दीप ! तुझे मन टेर रहा है । तुझ बिन प्रियतम घोर अँधेरा कारागृह-सा जीवन मेरा थका हुआ यह साँस का पंछी कर पर दीप उकेर रहा है । ओ दीप ! तुझे मन टेर रहा है । ००० अशोक दीप जयपुर 8278697171