वो नन्हे पैरो से बाबुल जब तेरे आंगन मे खेली
वो जब तेरी गोदी के पालने मे झूली बाबुल
वो तेरा आंचल माई जिसने सुलाया मुझको
वो तेरी लोरी की धुन कानो मे खनकती है मेरे
वो तेरे कांधे पे सिर रखके सो जाती थी जब मै
अब याद मुझे वो बचपन आता है
वो नन्हे पैरो से बाबुल जब तेरे आंगन मे खेली
वो जब तेरी गोदी के पालने मे झूली बाबुल
वो तेरा आंचल माई जिसने सुलाया मुझको
वो तेरी लोरी की धुन कानो मे खनकती है मेरे
वो तेरे कांधे पे सिर रखके सो जाती थी जब मै
अब याद मुझे वो बचपन आता है