Ranjana sharma 30 Mar 2023 कहानियाँ समाजिक Google 11525 0 Hindi :: हिंदी
एक गांव में एक बहुत धनी व्यक्ति रहता था जिसका नाम रामप्रसाद था ,उसके पास सबकुछ था क्योंकि पैसा था पर उसे खर्च करने के लिए उसके पास कोई नहीं था क्योंकि वह अकेला था।एक दिन उसके घर में एक पंडित आया और उस व्यक्ति से बोले बेटा तुम्हारी कुंडली में शादी का योग्य तो है ,पर कुछ नियम करना होगा तब जाकर तुम्हारी शादी हो सकती है ।उसने कहा क्या नियम करना होगा मुझे आप कृपा कर बताइए मैं वो सब करूंगा जिससे मेरा भी परिवार बने।तब पंडित ने उसे उपाय बताए और वहां से चला गया ।अगले ही दिन रामप्रसाद जी पंडितजी द्वारा बताए गए नियम को करने लगते ।कुछ दिन ऐसे ही बीत जाते और वह पंडित जी फिर उसके घर आते ।तब रामप्रसाद जी बोले प्रणाम पंडित जी आपने जैसा कहा था मैंने वैसा ही किया क्या मेरी कुंडली का दोष हट गया क्या मेरे लिए कोई शुभ समाचार है।तब पंडित जी बोलते अरे बेटा तुमने जरूर कुछ भूल की है ।ऐसे कहकर वह दूसरा उपाय बताकर चला जाता।ऐसे ही कुछ और दिन बीत जाते ,वह पंडित फिर आता ।अब रामप्रसाद जी परेशान हो चुके थें नियम का पालन करकरके ,वह बहुत दुःखी था तब पंडित जी बोलते अरे बेटा आपके लिए एक लड़की का रिश्ता लाया हूं पर..........पर क्या पंडित जी रामप्रसाद जी बोल उठते ।तब पंडित जी बोलते पर उसके साथ तुम्हारी शादी करने से पहले एक और नियम का पालन करना होगा ।रामप्रसाद जी रिश्ता मिलने की खुशी में वह भूल जाता लड़की की पूछताछ करना और वह नियम के लिए तैयार हो जाता ।कुछ दिन बाद पंडित जी आते और कहते " देखो बेटा आपकी कुंडली में शायद बहुत बड़ा दोष है इसलिए इतना करने पर भी कुछ नहीं हो रहा।" तब रामप्रसाद जी गुस्से में कहते " अरे पंडित जी आपने तो मेरा सारा धन ही लूटा दिया अब क्या दोष है आपको मैंने शादी कराने के लिए कहा था कंगाल बनाने के लिए नहीं तुम एक ढोंगी पंडित हो " अब से तुम यहां और दिखाई मत देना नहीं तो जेल में डलवा दूंगा।जेल की बात सुन वह ढोंगी पंडित उससे माफी मांग वहां से नव दो ग्यारह हो जाता। धन्यवाद