Chanchal chauhan 06 Jul 2023 कविताएँ समाजिक बेटी का जीवन ना खराब करो 5243 0 Hindi :: हिंदी
दहेज की फैली है चिंगारी, लग रही हैं घर में आग, जल रही हैं नारी, झूठी शान दिखावे में, नारी करें बलिदान, ना दे पाये कोई दहेज, नारी का करें अपमान, कोई चढ़ा दें सूली , दे दे कोई उसे जहर, कोई लगा दे आग, कितना बड़ा करे जुल्म उसपर , कोई ना उठाता आवाज, पापी अत्याचारी घूमते हैं आजाद, जो करें अत्याचार नारी पर, खुद उठाये आवाज, कोई नहीं आयेगा रक्षा करने, खुद उठाओ पैर हाथ, उठाती हो घर परिवार की जिम्मेदारी, अपनी भी उठाओ अपने आप, बंद करवाओ अत्याचार, दहेज प्रथा का शाप, ना कराओ ऐसे घर में सादी, जो मांगे दहेज, ना दिलवाओ कोई कैश, अपनायें बिन दहेज के, तो हामी भरो उसके साथ, वसाओ घर प्रेम का, ना हो लोभ का साथ, मान सम्मान करें सब, ऐसा हो ससुराल, बेटी का जीवन ना हो खराब, ना पकड़ो दहेज लेने वालों का हाथ, बंद करो दहेज आग, घर ना जले किसी का आज।
Mera sapna tha apne bicharo ko logo tak phunchana unko jiwn ki sikh ,prerna dena unmai insaniyat jag...