मोती लाल साहु 30 Mar 2023 गीत समाजिक सखी रे चल रे चल, कोयलिया गाती तो होगी फाग सुनाती तो होगी। 87236 0 Hindi :: हिंदी
सखी रे चल रे चल ! कोयलिया- गाती तो होगी, फाग सुनाती तो होगी। फागुन की- मस्त बयारों में बहकते गाते, सखी रे चल रे चल। नदिया के पार- आम की बगिया में, कूकती तो होगी कोयलिया। बिरह में गाती- फागुन की मस्त मीठी सुरीली, फाग सुनाती तो होगी। सखी रे- चल रे चल नदिया के पार, कोयलिया गाती तो होगी। फाग सुनाती तो होगी।। सखी रे चल रे चल ! -मोती