मोती लाल साहु 22 Aug 2023 आलेख अन्य अजब-गजब दुनिया का रंग 9114 0 Hindi :: हिंदी
"धरती है नहीं किसी की- पर झगड़ते सारे हैं" "दिल में ही है ख़ुदा- पर इसके दुश्मन सारे हैं" "नहीं दौलत पर- सुख ढूंढती दुनिया सारी है" "सुकून ना पनाह- क्यों इतराती दुनिया सारी है" "देखो खेल तमाशा- तमाशा बने जा रहे सारे हैं" "वाह री दुनिया अजब- गजब क्या न्यारी-न्यारी है।।" -मोती