Ratan kirtaniya 30 Mar 2023 गीत प्यार-महोब्बत किसी चहरा पे दिल आ जाने पर उस आलम का मर्मिक चित्रण है 21665 0 Hindi :: हिंदी
कितनी हसीन चेहरा देख के तुझ को तमन्ना है मुझ को दिल में बनाऊँ तेरा छवि बन के प्रेम कवि लिखूँ कविता का छन्द कैसे कहूँ , तुझे करने लगा हूँ पसन्द कितनी हसीन चेहरा इस दिल में ना रहा कोई पहरा दिल से हूँ मजबूर बेकाबू है अपना तसब्बुर तमन्ना है मेरी चोर बन के तेरी ,चुराऊँ तेरी आँखों से काज़ल इसी काज़ल से लिखूँ बन के प्रेम पागल अपनी चाहत की गजल कितनी हसीन चेहरा देख के तुझ को क्या हो गया है मुझ को जैसे रंग वैसे नूर होकर मजबूर खो गया अपना ज्ञान बताओं मुझे तू करिश्मा है या खुदा का वरदान अब तो हो गया पागल इस पागल को चुराने दे तेरी आँखों से काज़ल को और लिखने दे चाहत की गजल को तुझे देखूँ और लिखूँ यूं ना खोना पागल को बँध ले प्यार की आँचल से पागल को तेरी चाहत में लिखने दे गजल तेरी आँखों की काज़ल से रतन किर्तनीया मो* 9343698231