Sudha Chaudhary 12 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 6136 0 Hindi :: हिंदी
ये कुछ कहना चाहेंगी पास ही रहना चाहेंगी। तुम गरल उड़ेले जाओगे ये अमृत ही बरसायेंगी। प्रिये कभी तो कह दो जो सुनना है इस मन को आज नहीं तो कभी नहीं कहते कहते रह जाएंगी। हर ओर घना सा अंधकार हर ओर प्यास से मरू ज्वार कितनी प्यासी आंखें हैं कितनी प्यासी रह जाएंगी। जीवन में हर क्षण फिसलन उसमें छुपी पिपासा है उसका जीवन स्वर्णिम है किसको किसको बतलाएंगी। सुधा चौधरी बस्ती