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बादल-इन बरसते हुए बादलों को शायद मेरी सब खबर है

Poonam Mishra 16 Jul 2023 गीत प्यार-महोब्बत कुछ कहते हैं 6623 0 Hindi :: हिंदी

इन बरसते हुए बादलों को 
शायद मेरी सब खबर है
 मेरे घर की खिड़की से गुजरती!
 हुई हवाएं !
और बारिश की बूंदे कहा
 ठहरती हैं!
 शायद इन हवाओं को खबर है
 मैं ही नादान थी !
जो समझा ना पाई!
 इन बारिश में खुद को भी
 जाकर कर अपने दिल को
 बहला न पाइ!
 सावन तो हर साल आता है
 न जाने क्यों ?
इस साल सावन को मैं 
अपने दिल की बात बता ना पाई!

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