Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी समाजिक गूगल 7462 0 Hindi :: हिंदी
शाईरी, नंबर 5 अरे मेरे खिलाफ कियो भड़काते हो उन्हें! अरे मेरे खिलाफ कियो भड़काते हो उन्हें। अगर मेरे खिलाफ भड़काने का इतना ही शोक हैं! तो उन्हें मेरे खिलाफ भड़कास मत और मगर लांगानी ! तो आग लगो मेरे खिलाफ फिर देखते हैं। होता है। किया फैसला तो अल्लहा के हाथ हैं। हाँ मैरी जान?, , मोहम्मद फैजान सिद्धिकी हरियाण सी.टी पानीपत गांव नूवाला 25 फूटा रोट ईन्दा विहार कॉलोनी वार्ड न0 2,
I , am Mohammed fejaan my father name rais ahamad and mathar name vasila...