संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत मेरी ये गजल , गजल प्रेमियों के दिल को छू जायेगा। 74282 0 Hindi :: हिंदी
जूल्फ एक घटा है,यह प्यार की निशानी, कदमों के जब बजे पाजेब, दोनो की विशाल है यह दास्तान। बहुत नाजुक नूरे जवी पपिया, कमर तक आती उसकी चोटी धुनों का साज छेड़ती उसकी पाजेब, दिलों के सागर में तरंगों की बहार आ जाती है। थामे नहीं थमती, झलक अपनी दिखला, मानो घटा सी आसमानों में खो जाती है। एक जूल्फ़ कल उसका हंसी और मजाक में मेरे हाथों आ गया। उसकी महक आज भी बरकरार है, दिल मेरा अभी भी बेकरार है। चिंटू भैया
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....