Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

आ गया संस्कार शिष्टाचार का नया चलन है

मोती लाल साहु 11 May 2023 शायरी समाजिक आ गया संस्कार-शिष्टाचार का नया चलन है, हर कोई दीवाना और दीवानी हैं- जगह-जगह इश्क़ के कंपनी खुले हैं मोबाइल ने तो लूट लिया सारे ज़माने का इश्क़ है- हो भी क्यों ना वर्ल्ड एजुकेशन का हब जो है- और तो और अन्न का ज़ायका भी अब मोबाइल के बिना फिका पड़ता है। 4536 0 Hindi :: हिंदी

आ गया संस्कार-
शिष्टाचार का नया चलन है!!

हर-कोई-
दीवाना और दीवानी हैं

जगह-जगह-
इश्क़ के कंपनी खुले हैं,
मोबाइल ने तो लूट लिया 
सारे ज़माने का जो इश्क़ है

क्या परिवार-
क्या बच्चा क्या बुढ़ा,
सबके हाथों में मोबाइल है

हो भी क्यों ना-
वर्ल्ड एजुकेशन का हब जो है

इश्क़ का जुनून ऐसा-
सारा पर्दा उठा दिया अब,
क्या देखना बाकी रह गया है

और तो और अन्न का-
ज़ायका भी अब मोबाइल,
के बिना फीका पड़ता है

आ गया संस्कार-
शिष्टाचार का नया चलन है!!
-मोती

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: