Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

बेटी या बहु-घर घर की कहानी

Karan Singh 08 Jan 2024 कहानियाँ समाजिक *प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐 *कहानी घर घर की* 👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌/करण सिंह/सपनों का सौदागर करण सिंह/बेटी या बहु/बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ/ 4258 0 Hindi :: हिंदी

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

"शोभा बिटिया!.कब आई ससुराल से?"
दो घर छोड़कर पड़ोस में रहने वाले कुंती काकी ने दरवाजे पर कदम रखते ही सामने रसोई में अपनी भाभी की मदद करती शोभा को देख टोक दिया।
"आइए बैठिए काकी!.शोभा कल ही अपने ससुराल से आई है।"
शोभा की मांँ कुंती काकी को देख खुश हुई और वहीं पड़ी खाट पर चादर बिछा उन्हें बैठने का आग्रह कर बैठी।
रसोई का काम छोड़ शोभा ने भी आकर कुंती काकी के पांव छुए..
"खुश रहो बिटिया!.बहुत दुबली लग रही हो,.लगता है ससुराल वाले तुम्हारा ख्याल नहीं रखते।"
काकी की बात को मुस्कुराकर नजरअंदाज करती शोभा फिर से अपनी भाभी को मदद करने रसोई में चली गई लेकिन शोभा की मांँ कुंती काकी को अपने दिल का दर्द सुनाने लगी..
"सही कह रही हो काकी!.कहने को तो भरा-पूरा ससुराल है,.लेकिन शोभा को घर के काम में मदद करने वाला वहां कोई नहीं है।"
"क्यों?.सास-जेठानी तो होगी ना!"
"सब हैं!.लेकिन हाथ बंटाने वाला कोई नहीं!.घर का सारा काम मेरी फूल सी बच्ची के माथे मढ़ा रहता है।"
इतना बताते शोभा की मांँ का गला भर आया। 
सारी बात सुनने के बाद कुंती काकी को शोभा की मांँ से बहुत ज्यादा सहानुभूति हुई..
"यह तो बहुत गलत बात है!.तुम शोभा की सास को कुछ कहती क्यों नहीं?"
"कहना तो चाहती हूंँ काकी!.लेकिन"..
"लेकिन क्या?" 
"शोभा मना कर देती है!.और मैं भी रिश्तेदारी की बात सोच ठहर जाती हूंँ।"
"शोभा क्यों मना करती हैं?.शोभा को दिन भर घर के कामों में अकेले खटना अच्छा लगता है क्या?"
कुंती काकी को आश्चर्य हुआ।
"अब मैं क्या बताऊं काकी?.आप ही कुछ समझाइए शोभा को।"
शोभा की मांँ की सहमति पाकर काकी ने रसोई की ओर झांका लेकिन सामने कुंती काकी के लिए चाय की प्याली लिए शोभा पहले से ही हाजिर थी।

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

कुंती काकी ने शोभा के हाथ से चाय की प्याली ले लिया..
"शोभा बिटिया!.ससुराल में तुझे दिन भर घर के काम में लगे रहना अच्छा लगता है क्या?.देख कैसी हो गई है तूं।"
कुंती काकी ने शोभा को बांह पकड़ अपने करीब बैठा लिया। लेकिन शोभा ने अपनी तरफ से कुंती काकी को समझाना जरूरी समझा..
"अपने घर का काम तो करना ही पड़ता है ना काकी!"
"लेकिन तेरी सास भी तो रहती है घर में!.उसे भी तो कुछ करना चाहिए ना?.और अगर वह खुद कुछ मदद नहीं कर सकती तो अपनी सास से एक नौकरानी रखने को कह दे."
"ऐसा थोड़ी होता है काकी!" शोभा हंस पड़ी।
"क्यों नहीं होता?. घर के लोग करना चाहे तो जरूर होता है।" 
काकी अपनी बात पर अड़ गई लेकिन शोभा ने उनसे पूछ लिया..
"ऐसा कभी आपके घर में हुआ है काकी?.आप अपनी बहू के साथ अपने घर के कामों में हाथ बंटाती हैं?" शोभा का सवाल सुन मोहल्ले भर के बहूओं की शिकायत कर उनमें कमी निकालने वाली कुंती काकी तनिक सकपका गई लेकिन अगले ही पल उन्होंने शोभा के उस सवाल को टालना चाहा..
"अरे!.मेरी बहू को तो आदत है घर के सारे काम करने की।" 

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

कुंती काकी की चालाकी देख शोभा अपनी मांँ की ओर देख मुस्कुराई..
"वैसे मेरे इस घर में मेरी भाभी को भी आदत है घर के सारे काम करने की क्योंकि मेरी मांँ भी कभी रसोई में जाकर अपने बहू की मदद नहीं करती!.है ना मांँ?"
इस बार शोभा ने सवालिया निगाहों से अपनी मांँ की ओर देखा और बेटी की बात सुनकर शोभा की मांँ मुस्कुराई..
"हांँ!.मेरी बहू भी बहुत कर्मठ है!.कभी रसोई या घर के किसी काम में मेरी मदद नहीं मांगती और सच कहूं तो बहू के आने के बाद मैं तो तिनका उठाकर भी कुछ नहीं करती।"
"देखा काकी!.अब आप ही बताइए जब मेरी खुद की मांँ अपनी बहू को अपने घर के कामों में कोई मदद नहीं करती फिर मैं उस घर की बहू होकर भला अपनी सास से घरेलू कामों में कोई मदद कैसे मांग सकती हूंँ?"
शोभा की बात सुनकर कुंती काकी के साथ-साथ शोभा की मांँ भी निशब्द हो गई!. लेकिन शोभा ने मुस्कुराते हुए अपनी बात पूरी की..
"वो क्या है ना काकी कि,.जिस दिन से घर के लोग अपनी बहूओं की सुख-सुविधा की सोच उनकी मदद करने लगेंगे उसी दिन से उनकी बेटियों को भी ससुराल में मददगार मिलने लगेंगे।"

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

घरेलू कामों में कभी अपनी बहू की मदद न करने वाली कुंती काकी और शोभा की मांँ एक-दूसरे का मुंँह देखती रही कुछ कह ना सकी!...लेकिन सामने रसोई में मौजूद अक्सर ननंद से घरेलू कामों में मदद पाने वाली शोभा की भाभी आज ननंद से सहानुभूति पाकर मन ही मन गदगद हुई।
💐💐💐💐💐💐

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

*शिक्षा*----------

*मित्रों आजकल की सासू माँ अपनी बहू के साथ घर के कामों मे हाथ बटाना नही चाहती हैँ और न तो अपनी बेटियों को ही ये शिक्षा देती हैँ कि अपनी भाभी के साथ मिलकर घरेलु कार्यों मे सहायता करो।*
*अलबत्ता यदि कोई ननद साथ मिलकर करना भी चाहती है तो उसको मना तक किया जाता है कि साथ न दो इधर उधर बैठो इंजॉय करो ससुराल मे तो करना ही है नैहर मे तो आराम कर लो।*
*किन्तु वही सासू माँ अपनी बेटी के ससुराल मे ये चाहती है कि उसको वहां पे सब लोग हाथों हाथ लिए फिरे सब उसकी बेटी के साथ मिलजुल कर घरेलु कार्यो मे मदद करे।*
💐💐💐💐💐
*आप स्वयं विचार करें प्रकृति के नियमों पर जो आप किसी व्यक्ति के बारे मे सोचेंगे या जैसा व्यवहार करेंगे वही आपके पास लौट कर आएगा।*
*GIVE AND TAKE  FORMULA  कार्य करता है ।*
*जैसा देंगे वैसा ही मिलेगा इस बात मे रत्ती भर भी संदेह न  कीजियेगा।*
💐💐💐💐
*इसलिए सजग हो जाइये अपने संस्कारों मे परिवर्तन लाइये।*
🌳🌳🌳🌳🌳
*ये मात्र एक कहानी नही है यही जीवन का यथार्थ है ।*
*जितना जल्दी आप दुर्गुणों से दूर होंगे उतना ही जल्दी आपका विकास होगा।*
🌸🌸🌸🌸🌸

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

*
💐💐💐💐💐
 *राम रक्षा स्तोत्र मंत्र*
*राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे । सहस्त्रनाम ततुल्यं रामनाम वरानने ।।*
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
*सदैव प्रसन्न रहिये!!*
*जो प्राप्त है-पर्याप्त है!!*

★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★
*प्रेरक कहानी~~💐💐*"बेटी या बहु"*~~💐💐   
*कहानी घर घर की*
👌प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह👌
★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★■◆★

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

लड़का: शुक्र है भगवान का इस दिन का तो मे कब से इंतजार कर रहा था। लड़की : तो अब मे जाऊ? लड़का : नही बिल्कुल नही। लड़की : क्या तुम मुझस read more >>
Join Us: