Tanvi saini 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद Best poem 23156 0 Hindi :: हिंदी
काश काश ! ये दुनिया कुछ ऐसी हो जाती इन्सानी की भी इज्जत की जाती दुर्घटना में घायल हुए लोगों से , राह चलते लोग यूं मुँह ना मोड़ पाते , लड़की को अकेली पाकर , कुछ मनचले उसको यूं छेड़ पाते नाबालिगों से रेप के किस्से यूं आम ना हुए होते वर्दी संभाले हुए लोग यूं नाकाम ना हुए होते अगर इंसानियत की भी इज्जत की जाती हर मोड़ पर बेटियों की इज्ज़त यूं पल पल दाँव पर ना लगाई जाती रिश्वत लेने का ये सिलसिला यूं आम ना होता बुर्जुगों की पेंशन को यूं हड़पाया ना जाता गरीबी कभी जात पूछकर नहीं आती किसानों की भी कुछ इज्जत की जाती उन्हें भी उनकी मेहनत की कीमत मिल पाती अगर इंसानियत की भी इज्जत की जाती दहेज कम मिलने पर लड़कियों को यूं नीलाम ना किया जाता बेटे की जगह बेटी पैदा होने पर उन्हें यूं जिंदा ना जलाया जाता लक्ष्मी को सिर्फ पत्थर की मूर्ति में ना खोजा जाता मेहनत को लगन की जगह सिफारिश ना चलाई जाती अगर इंसानियत की भी इज्जत की जाती