Baba ji dikoli 11 Apr 2023 कविताएँ अन्य काव्य /कहानी /आलेख/गजल /नगमा/निवंध/कविता 6375 0 Hindi :: हिंदी
रख हौसला ऐ मेरे दोस्त बुरा बक्त है। टल जायेगा। ये खूंखार पतझड़ बस कुछ दिन का मेहमान है। चला जायेगा। फिर लहलहाता बसंत आएगा। जीवन का मुरझाया फूल फिर खिल जायगा। रुक मत रख हौसला तू मंजिल को पायेगा। फिर आएगा मौषम बरसात का । चारो ओर होगी हरियाली नई। आयेगी जीवन में रुकावटें कई । फिर दिवाली आएगी आशा का दीप जलायेगी। अगर तू रुक जायेगा तो क्या खुद को माफ कर पायेगा। फिर रंगों का त्यौहार आ जायेगा । एक दिन तू भी सफलता पायेगा । रख हौसला ये दोस्त ये बुरा बक्त है। टल जयेगा। @BaBajidikoli