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सेहत-सुख की है अगर चाह तो शरीर से ना कर दगा

राकेश 17 Aug 2023 कविताएँ अन्य सेहत, तंदुरुस्ती, स्वस्थ्य शरीर 5825 0 Hindi :: हिंदी

सुख की है अगर चाह, तो शरीर से ना कर दगा, गुटखा पान मसाला तंबाकू ना चबा, तंदुरुस्त को आता है, जीवन जीने का मजा, बीमारी है सजा, जीवन से उमंग खुशियां सब कर देगी जुदा।

सिगरेट खुशबू के हुक्के का कस न लगा, चरस गांजे अफीम शराब का बस घंटे मिनिटों का मजा, दुनिया रहेगी सदा तुझसे खफा, तू होगा दुखी दुनिया से विदा, तंदुरुस्त को आता है, जीने का मजा।

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