Jyoti yadav 11 Aug 2023 कविताएँ देश-प्रेम हंसती मुस्कुराती जिंदगानी लिखूंगी 4932 0 Hindi :: हिंदी
स्वतंत्र देश की स्वतंत्र कहानी लिखूंगी आज शहिदों की कुर्बानी लिखूंगी सुखदेव आजाद भगत के विरता की निशानी लिखूंगी🌹🌹🌹 देकर जान अपनी जिसने शान हिंदुस्तान का बचाया था लहरें तिरंगा उन्मुक्त गगन में भइया भगत ने लहू में नहाया था🙏🙏🙏🙏 लेके अरमान दिल में सपना सजाया था करोड़ों दर्द सहकर भी हमें आजादी दिलाया था 💯💯💯💯💯💯 खेलने खूनो की होली चली जवानों की टोली इंकलाब जिंदाबाद की मसहूर हुईं थी बोली❤️❤️❤️ सन 1857 की कान्ति ने इक उम्मीद जगाया था बैरकपुर छावनी में मंगल पांडे ने रौशनी दिखाया था🌙🌙🌙 खुलकर सामने से आगाज किया आजादी का सत्य अहिंसा का पैगाम लिए खिला गुलशन खादी का🌼🌼🌼🌼 ज़र्रे ज़र्रे में हिंदूस्तान लहू का कतरा कतरा समर्पित किया तन मन धन सब हिंद को अर्पित किया🥀🥀🥀 अंततः घर में मेरे उजाला हुआ छोड़ना पड़ा हिंदुस्तान अंग्रेजों का मुंह काला हुआ जश्न मनाया हिंदुस्तान खुशियों का निवाला हूआ🎂🎂 खुशियों से भर गया दामन मेरे भारत कूबुल कर ली दुआ रब ने लाखों इबादत का💐 हंसती मुस्कुराती 🌹 खिली जिंदगानी लिखूंगी आंखों से बहता खुशियों की पानी लिखूंगी मसहूर हुईं जो कहानी लिखूंगी आज शहिदों की कुर्बानी लिखूंगी ज्योति यादव के कलम से कोटिसा विक्रमपुर सैदपुर गाजीपुर 🙏🌹🌹