Jyoti yadav 08 Jun 2023 कविताएँ अन्य आज पिता का साथ लिखूंगी 5578 1 5 Hindi :: हिंदी
जिंदगी की आस लिखुंगी यादें कुछ खास लिखूंगी यूं तो कहने को सब कुछ है पर आज पिता का साथ लिखूंगी वही गलियां वही चौराहे वही झुला वही बाहें वही मुहब्बत वही डांट लिखूंगी आज पिता का साथ लिखूंगी। वही अंगुली वही कंधे वही अरमान वही सांसें वही बात वही जज्बात लिखूंगी आज पिता का साथ लिखूंगी
10 months ago