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जब आँखों मे नमी आजाये -अपनो मे कमी आजाये

सुजीत कुमार झा 17 Dec 2023 शायरी समाजिक Googal 4262 0 Hindi :: हिंदी

जब आँखों मे नमी आजाये अपनो मे कमी आजाये,तो रिश्ते को बचाने कि गुंजाइश करे फिर भी ना हो तो दिल कि अजमाइश करे।मन भोला है कभी न कभी डोले गा जरूर, सही समय पर सही नुमाइश करे।खता किसी से भी होसकती है,बस सही समय पर फरमाईस करे।

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