Rajendra Prasad Gupta 12 Jun 2023 आलेख समाजिक #समाज #परोपकार #धैर्य 5816 0 Hindi :: हिंदी
एक समय की बात है, एक गांव में एक युवक रहता था जिसका नाम राजेश था। राजेश गांव में एकांतवासी रहकर अपने लिए नहीं जीना चाहता था। उसे विचार आया कि उसे अपने गांव में कुछ बदलाव लाना चाहिए और सामाजिक सुधार करने के लिए काम करना चाहिए। राजेश के मन में बहुत सारे विचार थे, लेकिन उसे पहले अपने गांव के लोगों की सहमति और सहयोग की आवश्यकता थी। वह बातचीत करने और अपने विचारों को लोगों के साथ साझा करने के लिए गांव के सभी लोगों को एकत्रित करने का निर्णय लिया। राजेश ने गांव के सभी लोगों को एक मंच पर बुलाया और अपने विचारों को उनके सामने रखा। उसने बताया कि उसे गांव में सामाजिक अशांति को दूर करने की आवश्यकता है और सभी लोगों के सहयोग से यह संभव हो सकता है। लोगों ने उसके विचारों को सुना और उन्हें पसंद किया। सभी ने राजेश के साथ मिलकर उसकी सहायता करने का वादा किया। वे सभी मिलकर गांव की सभी समस्याओं को हल करने के लिए काम करने लगे। राजेश ने शिक्षा, स्वच्छता, रोजगार, औषधीय पौधे उगाने जैसे विभिन्न क्षेत्रों में पहल की। वह गांव के बच्चों को मुफ्त शिक्षा का आयोजन करने लगा, स्वच्छता अभियान चलाया, और गांव के लोगों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने में सहायता की। धीरे-धीरे गांव में सामाजिक सुधार दिखने लगे। लोग एक-दूसरे की मदद करने लगे और उन्हें मिलकर अपने गांव को विकसित करने का संकल्प लिया। इससे गांव का माहौल बदलने लगा और उसकी सामूहिक सामरिक बदलाव हुआ। राजेश की इस सामाजिक उपलब्धि ने न केवल गांव के लोगों की जिंदगी बदली, बल्कि वह एक प्रेरणास्त्रोत बन गया। दूसरे गांवों में भी लोगों ने उसके उदाहरण को देखा और सामाजिक सुधार के लिए अपना संकल्प बनाया। इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि एक व्यक्ति अपने सामाजिक संबंधों को मजबूत करके बहुत कुछ कर सकता है। यह दिखाता है कि सामाजिक हित के लिए काम करने से हमारे आस-पास के लोगों की जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है और हम सभी को साथ मिलकर एक बेहतर मानवीय समाज का निर्माण करना चाहिए।
I take pride in writing articles on all the problems related to the society....