Ajeet 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्रिय शाली जी आना नया गाँव जरूर 36299 0 Hindi :: हिंदी
प्रिय शाली जी आना नया गाँव जरूर/ तारों की छाओं में चाँद की चाँदनी बरस्ती जाड़ों की रात में ओस की बूंदें तरस्ती, हो जाये ना वशूधा में रात कहीं अँधेरों की है बात नई, टिप-टिप बरस्ता पानी अधूरी हे मिलन की कहानी, आँखों से बहते पानी ने याद किया तुम्हें और लिखा इस कहानी में , प्रिय शाली जी आना नया गाँव जरूर /