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अनमोल रिश्ता

Archana Singh 10 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 5124 0 Hindi :: हिंदी

कितने दूर निकल गए हम ...
 रिश्तो को निभाते - निभाते ...!

 खुद को खो दिया हमने ....
अपनों को अपनाते - अपनाते ...!

लोग कहते हैं ....
 खुल कर बातें किया करो ....!

 और हम थक गए ....
अपना दर्द छुपाते - छुपाते ....!

 ना खुश रहकर भी ....
 सबको खुश रखती हूं ....!

थोड़ी लापरवाह हूं ....
 फिर भी सबकी परवाह करती हूं ...!

 जानती हूं कोई मोल नहीं ....
मेरे जज्बातों का ....!

फिर भी कुछ अनमोल लोगों से ...
रिश्ता निभाती हूं ....!!

धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐 💐

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