Sanam kumari Shivani 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 9489 0 Hindi :: हिंदी
Dear ससुराल तुम मायके सा फिल करा पाओगे क्या, बहु बनने का शौक नही मुझे अपनी बेटी बना पाओगे क्या, Dear सासु मां में आपसे वादा करती हूं में आपको अपने मां जैसा प्यार दूंगी हर तीज त्योहार पर अपनी मां के तरह सवार दूंगी ,आपकी हर बात को माना करूंगी कभी 2 मन की न होने पर मुंह भी बनाया करुगी, पर हा में थोड़ी सी जिद्दी हुं ऐसा मेरी मां कहती हैं, पर मेरी जिद को पूरा करने के लिए पापा से भी लरती हैं, तो क्या आप भी मेरी छोटी 2 जिद्दो को पूरा कर पाओगी क्या , बहु बनने का शौक नही मुझे अपनी बेटी बना पाओगे क्या, Dear ससुर में वादा करती हु आपको अपने पापा का दर्जा दूंगी , आंखो में आपके लिए सम्मान और छोटी छोटी बातों पर झगड़ा करुगी, और में अक्सर ख्याल रखती हूं अपने पापा की हर चीज को तो आपको भी पूरा ख्याल रखा करूंगी, तो आप भी मेरे पापा की तरह जब मां डांटे तो अपने गले लगा पाओगे क्या, बहु.....….......…............................2 Dear भैया आप भी अपनी छोटी बहन होने सा लाड़ कर पाओगे क्या , जेठ होने का मतलब रोब झाड़ना नही ऐसा समाज को बता पाओगे क्या Dear भाभी आप भी मुझे अपनी गलतियों पर समझा पाओगे क्या, जेठानी होने का मतलब छोटी को दवाना नही ऐसा समाज को बता पाओगे क्या, बहु..........................................2 Dear ननद तुम अपनी बेस्ट फ्रेंड बना पाओगे क्या,अपनी हर छोटे बड़े राज मुझसे साझा कर पाओगे क्या भाभी बनने का शौक नही मुझे अपनी फ्रेंड बना पाओगे क्या अपनी घर के हर छोटे बड़े फैसले में राय होता है मेरा तो आप भी फेसलो में मेरी राय ले पाओगे क्या बहु ....2 में डरती हु कैसे अपने ससुराल को संभाल पाऊंगी ,मायके में उठती 10 बजे ससुराल में कैसे उठ पाऊगी, मां मारती हैं ताना,जब ससुराल जाएगी तब पता चलेगा क्या होता है मायके का प्यार तुझे उस दिन पता चलेगा , इसलिए पूछ रही हूं क्या आप मायके सा फिल करा पाओगे क्या बहु......…............................2 शादी से में डरती हूं क्योंकि मैं बदलना नही चाहती तो जैसी हूं वैसे ही अपना पाओगे क्या में एक बेटी की तरह संवार दूंगी घर आपका पर सच सच बताना मेरी इन आदतों को अपना पाओगे क्या , बहु बनने का शौक नही मुझे अपनी बेटी बना पाओगे क्या