DINESH KUMAR KEER 24 May 2023 कविताएँ समाजिक 9131 0 Hindi :: हिंदी
_कभी हँसते हुए छोड़ देती है" ये ज़िन्दगी!!_ _कभी रोते हुए छोड़ देती है " ये ज़िन्दगी!!_ _"न पूर्ण विराम सुख में...._ _"न पूर्ण विराम दु:ख में..._ _बस जहाँ देखो वहाँ "अल्पविराम छोड़ देती है ये जिंदगी!!_ _"प्यार की डोर सजाये रखो !!_ _"दिल को दिल से मिलाये रखो!!_ _"क्या लेकर जाना है साथ में इस दुनिया से!!!_ _"मीठे बोल और अच्छे व्यवहार से_ _" रिश्तों को बनाए रखो!!_