Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी राजनितिक गूगल 9839 0 Hindi :: हिंदी
शायरी, नंम्बर अरज किया है! पियारे दुश्मनों के लिए? ऐ मेरे दुश्मनो शुदरजाऔ अब दुशमनी मत निभाओ अब दोस्ती का हाथ बड़ाऔ। और फिर कुरो गे अल्लहा से दोबा अर ऐ मेरे दृशमनो शुदरजाओ अब दुश्मनी मत निभाओ अब दोस्ती का हाथ बड़ाऔ वरना हम दुश्मनी निभाने पर अमाए तो हम तूमे झांग के मैदान में से भागने का मोका मि नहीं देगे फिर टेम निकल चुका होगा फिर अल्लहा भी माफ नहीं करेगा इंसल्लहा... हा हा.., हा?,, मोहम्मद फैजान सिद्धिकी हरियाण सी.टी पानीपत गांव नूवाला 25 फूटा रोट ईन्दा विहार कॉलोनी वार्ड न0 2,
I , am Mohammed fejaan my father name rais ahamad and mathar name vasila...