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सच्चा साथी-सदा सच्ची बातें करना

पिन्दु कुमार 12 Oct 2023 कविताएँ अन्य 12867 0 Hindi :: हिंदी

तू दिखती है इतनी भोली -भाली
लगती है किसी की राजकुमारी
या राजदुलमी ...
रोज सवेरे आ जाती मेरे घर को,
मेरी प्यारी लाडली से  मिलने
जाने क्या -क्या उसे सिखलाती ।
मैं कहता हूँ , तू उसे सिखलाना
सबसे करना बातें मीठी - मीठी
सदा सच्ची बातें करना ।
झूठी  बातें कभी न 
किसी से कहना ।
मैं न पूछूँगा कहाँ से तू आती ?
 कहाँ घर है तेरे ?
क्योंकि तू लगती -
है इतनी भोली - भाली
चलो मैं सोचता हूँ -
कोई तो आते रहती  है ।
 मिलने मेरी प्यारी लाडली से,
 इसीलिए मैंने तुम्हें मान लिया -
उसके लिए,  तुम ही हो सकती  ।
एक अच्छी एवं सच्ची साथी
मैं खोजने वाले ही था उसके लिए,
 एक अच्छी एवं सच्ची साथी
मैं  उसे देख - रेख करने में,
 आसमर्थ रहता था ।
क्योंकि मेरे को दफ्तर से छुट्टी
नहीं   मिलता ।
 काम ज्यादा हो जाता -
मेरे को करने को
माँ उसकी ,उसके साथ -
नहीं रहती थी ।
इसीलिए मेरे को जरूरते था ।
मेरी प्यारी लाडली के लिए,
एक अच्छी एवं सच्ची साथी

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