Onkar Verma 28 Jan 2024 कविताएँ अन्य सकारात्मकता, आशावादी होना, प्रकृति से सबक लेना 30882 0 Hindi :: हिंदी
कोई बात नहीं जो आज रात है उम्मीद रख कल फिर भोर होगी जिंदगी आज गर ऐसी है कल कुछ और होगी..... हर अँधेरी रात के बाद सवेरा होगा ही..... गर आज वक़्त किसी और का है कल तेरा होगा ही..... वक़्त का पहिया सदा घूमता रहता है.. सुख भी आता है उसको जो दुःख सहता है.... निराशा और हताशा दो दुश्मन हैं.... निर्बल होती बुद्धि कमज़ोर होता जिनसे मन है... धीरज व धैर्य रख क्यों इतना मतवाला है कुदरत से भी कुछ सीख अंधेरे के बाद रोज़ बिखरता उजाला है... हार और जीत दोनों का एक ही अर्थ है... समझ की बात है वरना कुछ भी नहीं व्यर्थ है.... रोज़ एक नई उमंग रख रोज़ एक उम्मीद भरी आश रख.... जिंदगी बहुत खूबसूरत है तू बस यही एक विश्वास रख..... किसी ने ठीक ही कहा है हर मुश्किल का एक हल है आज नहीं तो कल है हर मुश्किल की एक राह है दिल में गर जीतने की चाह है....