Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

जिक्र भी होगा और फिक्र भी होगा

ADARSHPANDEY 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम #writeradarshpandey #shayri #bestshayri #writeradarshpandeykishayri #googleshyari 50176 0 Hindi :: हिंदी

ज़िक्र  भी  होगा  तुम्हरा   ,फ़िक्र  भी  होगा  तुम्हारा

 जिस दिन माँ न होगी घर मे,वो घर भी मंदिर ना होगा तुम्हारा 


ये जो करीब का रिश्ता ,गरीब बना फिर रहा  है ना

यहाँ माँ को तालाब और इश्क को समंदर समझा होगा 


 ये जो इश्क़ मे समंदर  बने है  मोतरमा के लिए  ना

ये खुद तो डूबेंगे ही, समदर को भी बदनाम करते फिरेंगे



घर के गालियरों मे इश्क़ नही किया जाता मेरे बच्चे 
उम्र तमाम है इश्क़ बदनाम नही किया जाता मेरे बच्चे 


राह ऐ मोहब्बत भी ही अजीब चीज़ दोस्त 
जहाँ मन होगा वहा मुक़द्दर ना बना  लेखक

लेखक आदर्श पाण्डेय

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: