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अगर मैं तेरी होती-तो कदर ना मेरी होती

Ranjana sharma 23 Nov 2023 कविताएँ दुःखद अगर मैं तेरी होती#Google# 16306 0 Hindi :: हिंदी

अगर मैं तेरी होती
तो कदर ना मेरी होती
जमाने का है ऐ दस्तूर
कड़वा है मगर
सच है जरूर

तुझको लगती हूं मैं प्यारी
क्योंकि मैं हूं चीज पराई
अगर में तेरी बन जाती तो
आज तेरे दिल से मैं भी
दूर ही रह जाती

पास जितनी होती है 
जो चीज प्यारी
कदर ना होती 
उसे उसकी
अजनबी बनकर रह
जाते हैं वो
जो होते हैं करीब किसी की
                   धन्यवाद

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