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बचपन

कुमार किशन कीर्ति 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य बचपन,मायूस 10313 0 Hindi :: हिंदी

कहाँ गया मेरा बचपन
आज भी उसे मैं खोजता हूँ।
बस,उसे याद करके 
मायूस हो जाता हूँ।
कितना खुश था,जब
बचपन मे था।
आज जब युवा अवस्था हूँ
तब जिम्मेदारी बूढ़ा बना देती हैं।
मेरा बचपन कोई लौटा दे,
बदले में मेरी युवावस्था ले जाए।
कितना खुश और मस्तमौला था
जब मैं नन्हा सा बालक था।
बस,चिंतामुक्त होकर
विचरण करता था।
कहाँ गया मेरा बचपन
आज भी उसे मैं खोजता हूँ।

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