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उदास उदास मत हो तुम

Disha Shah 26 May 2023 कविताएँ समाजिक 4508 0 Hindi :: हिंदी

उदास मत हो तुम ,
आज गम है ।
तो कल सुख भी 
आएगा ।
चिंता मत करो तुम 
भरोशा करो 
खुद पे ,
अच्छे दिन आएँगे 
चिंता मत करो तुम 
तुम को जो करना  है ।
वो करो 
लेकिन आगे बढ़ो तुम ,
  उदास मत हो तुम 
इस   दुनिआ  में 
सब कुछ टेम्पररी है ।
चाहे वो सुख हो ,
या सुख हो 
टेम्पररी  है 
ये समय चला जाएगा ,
इसकी परवाह मत करो तुम ।
आगे बढ़ो तुम   ,
ज़िंदगी में 
अपने   सपने को सच करो 
तुम ,
कुछ करो तुम ,
आगे बढ़ो तुम ।

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