कविता पेटशाली 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 60962 0 Hindi :: हिंदी
मैंने, पहाड़ों को मुस्कुराते देखा है,। मैंने ,लोगों को बेवजह कतराते देखा है,। कितने अदभुत है ,अपने आप मैं ये ,पहाड़, मैंने पहाड़ के लोगों को शहर से आंख मिलाते देखा है,। जब कागज पर उतरती हैं, भावों से ओतप्रोत इक कविता, मैंने इन पहाड़ों को तस्वीरों में डबडबाते देखा है,,।। कविता पेटशाली 💞🖋️📒♥️♥️💛💙💜💚❤️⛰️🏞️🌿🌱🌺🌸
Writing poem ~~most like than Hindi shahitya🖋️📒💝🌺🌺🌺🌺🌺🌺shahitya lover ,...