Bhuwan Joshi 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य हर किसी को याद आ जाये अपना बचपन कुछ पंक्तियाँ पेश..! 🥰🥰 8246 0 Hindi :: हिंदी
न कोई गम न किसी गम की खबर! और कहते हैं दिल के सच्चे होते हैं! सच में दिन तो बचपन के अच्छे होते हैं! खेल में यू मगन कि पूरा दिन एक पहर लगता है! अपना छोटा सा गाँव पूरी दुनिया और ये आंगन शहर लगता है! इस शहर में बार- बार घूमने का मन करता है, और इस छोटी दुनिया में अपनापन होता है! सच में सबसे अच्छा बचपन होता है..! किसी पर हँसना या किसी का हम पर हँसना, फर्क कुछ नहीं पड़ता! सरारत कितनी भी हो पर हर कोई प्यार करता! ये हम कमाल थे या सायद उम्र का कमाल था, क्योंकि आज तो हर सरारत पर सितम होता है! सच में सबसे अच्छा बचपन होता है...! कि कहते हैं इस उम्र में लोग ख़्वाब देखते हैं! हँसते हुए कल्पना का कल आज देखते हैं! झूठा बनने का हुनर लोग बचपन में ही सिखाते हैं, सायद तभी उम्र के इस पडाव में, सबको गम होता है! मैं फिर कहता हूँ हाँ... सच में सबसे अच्छा बचपन होता है...! धन्यवाद 🙏🏻! भुवन जोशी !
I study B. Sc. 2nd year from kumaun university haldwani...