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जगत के रंग ....

मोती लाल साहु 15 Apr 2023 आलेख अन्य जगत के रंग देख मन में उठते तरंग, ख्वाबों की दुनिया बुनते गुजर जाते उम्र तमाम, हर राही यही कर्म दोहराता फिरता इस जगत में। 6623 0 Hindi :: हिंदी

जगत के रंग-
देख मन में उठते तरंग

ख्वाबों की दुनिया-
बुनते गुजर जाते उम्र तमाम

हर राही यही कर्म-
दोहराता फिरता इस जगत में

सपने-सपनें ही रह जाते-
ये ख्वाब किसी के सजते नहीं
-मोती

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